Tuesday, January 24, 2012

love marriage

प्रेम विवाह  

आपकी कुंडली आपके जीवन  का आइना है   आप अपनी कुंडली के द्वारा यह जान  सकते है की प्रेम विवाह संभव है या नहीं इसके लिए आप उपाय भी कर सकते है \
पहले मै आपको आपकी जन्म कुंडली में प्रेम विवाह योग है या नहीं इसके विषय  में बताऊंगा /

१- मंगल यदि सप्तम भाव के स्वामी से सम्बन्धित  है तो  प्रेम करवाता है और कुछ उपाय के बाद सफलता भी दिलाता है /
२- अदि सप्तम और पंचम का योग हो /
३- यदि  सप्तम पंचम में और पंचम ७ में हो /
४- यदि शुक्र का शुभ गृह के साथ योग हो और तथा पथम पंचम और नवं पर गुरु का प्रबल  होना प्रेम विवाह करवाता है /
५- यदि  शुक्र पंचम भाव में मंगल या रहू के साथ हो और प्रेम विवाह योग बना रहा हो तो  विवाह के बाद बहोत  परेशानी उठानी पड़ती है तथा सफल शादी नहीं होती है /
६- शुक्र और  चन्द्र के योग से बना प्रेम विवाह योग और गुरु की दृष्टी चन्द्र पे हो तो  साकार प्रेम सपफल योग होता है  उनका प्रेम एक दुसरे के लिए ही होता है  आप कह सकते है की वह एक दुसरे के लिए ही बने होते है /

७- सप्तमेश यदि  ८ भाव में जाकर या १२ भाव में जाकर प्रेम बिवाह के योग बना रहा  है तो / बहोत ही सावधानी से  और उपाय करके ही प्रेम विवाह का निर्णय लाना चाहिए क्योकि  ऐसे  योग में यदि प्रेम विवाह सफल हो गया तो प्रेम की प्राप्ति नहीं हो पाती है 



"गौतम"
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